
श्री ए एस राजीव
प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी

श्री ए एस राजीव
श्री ए. एस. राजीव, आयु 56 वर्ष, ने 02 दिसंबर, 2018 को बैंक ऑफ महाराष्ट्र के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी के रूप में कार्यभार संभाला। इससे पूर्व, वे 22.01.2016 से इंडियन बैंक के कार्यपालक निदेशक के पद पर कार्यरत थे।
श्री ए. एस. राजीव के पास तीन बैंकों यथा सिंडिकेट बैंक, विजया बैंक और इंडियन बैंक में लगभग तीन दशकों का विपुल व्यावसायिक बैंकिंग अनुभव है। वे एक क्वालिफाइड चार्टर्ड एकाउंटेंट हैं, उन्हें कॉर्पोरेट ऋण, अंतर्राष्ट्रीय बैंकिंग, ट्रेजरी, जोखिम प्रबंधन, ऋण निगरानी और पर्यवेक्षण, एनपीए प्रबंधन, आयोजना और विकास, मानव संसाधन, वित्त, लेखा और कराधान, सतर्कता, कॉर्पोरेट अभिशासन, निरीक्षण और लेखा परीक्षा, साइबर सुरक्षा और सहायक कंपनियों सहित बैंकिंग के सभी महत्वपूर्ण क्षेत्रों में व्यापक अनुभव और विशेषज्ञता प्राप्त है।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र के प्रबंध निदेशक और सीईओ के रूप में, वे संस्थान का नेतृत्व कर रहे हैं और उनके नेतृत्व में बैंक ने रु.250000 करोड़ के व्यवसाय माइलस्टोन को पार कर लिया है। वे एक्ज़िम बैंक, न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के निदेशक मंडल में निदेशक हैं। वे आईबीपीएस (इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनेल सिलेक्शन) के अभिशासी निकाय के सदस्य भी हैं। वे एनआईबीएम (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बैंक मैनेजमेंट, पुणे) के अभिशासी निकाय के साथ-साथ इंडियन बैंक्स एसोसिएशन की प्रबंधन समिति के सदस्य भी हैं।
इंडियन बैंक में कार्यपालक निदेशक के रूप के कार्य के पश्चात वे एनपीसीआई तथा बैंक की 2 अनुषंगियों मेसर्स इंडबैंक मर्चेंट बैंकिंग सर्विसेस लिमिटेड तथा मेसर्स इंडबैंक हाउसिंग लिमिटेड के निदेशक रहे। उन्होंने भारतीय रिज़र्व बैंक/ भारत सरकार द्वारा गठित विभिन्न समितियों के सदस्य के रूप में भी कार्य किया है।
विजया बैंक में महाप्रबंधक एवं सीएफओ के रूप में श्री राजीव ने वित्त, लेखा और कराधान, आयोजना और विकास, अंतर्राष्ट्रीय बैंकिंग, ट्रेजरी, ऋण निगरानी व पर्यवेक्षण और सतर्कता जैसे महत्वपूर्ण विभाग का कार्य संभाला। प्रधान कार्यालय से पहले, वे बैंक के बैंगलोर नॉर्थ और चेन्नई रीजन में रीजनल हेड थे।
उन्होंने एडवांस्ड लीडरशिप प्रोग्राम, ईडीपी, जोखिम प्रबंधन, आईएफआरएस, फाइनान्सिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट, डेरिवेटिव्ज इत्यादि सहित भारत में तथा विदेश में विभिन्न व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों में सहभाग लिया।
श्री ए. एस. राजीव गणित में स्नातक है और उन्हें एफसीए, एमबीए, डीआईएसए तथा सीएआईआईबी की व्यावसायिक क्वालिफिकेशन प्राप्त है।

श्री आशीष पाण्डेय
कार्यपालक निदेशक

श्री आशीष पाण्डेय
श्री आशीष पाण्डेय का 26 वर्षों से अधिक का विकासोन्मुख प्रोफेशनल कैरियर है। इन वर्षों में उन्होंने क्रेडिट, ऋण निगरानी, ट्रेजरी एवं मर्चेंट बैंकिंग, विदेशी संव्यवहार एवं संयुक्त उद्यम, विपणन एवं ग्राहक संबंध तथा बैंकिंग परिचालन जैसे विविध पोर्टफोलियो के दायित्व का निर्वहन किया है।
श्री आशीष पाण्डेय मेकेनिकल इंजीनियर (ऑनर्स) हैं, साथ ही, उन्होंने वित्त एवं विपणन में विशेषज्ञता सहित प्रबंधन (ऑनर्स) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। वे इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकर्स के सर्टिफाइड एसोसिएट हैं। उन्होंने डी-मैट परिचालनों, म्यूचुअल फंड तथा बीमा (लाइफ एण्ड नॉन-लाइफ दोनों) का एनएससी प्रमाणन भी हासिल किया है। श्री पाण्डेय ने एक्जिक्यूटिव लीडरशिप कोर्स भी पूर्ण किया है और वे आईआईएम, बैंगलोर के पूर्व छात्र हैं। उन्होंने आईआईएम, रोहतक द्वारा संचालित 'स्ट्रैटेजिक डिजिटल मार्केटिंग एंड एनालिटिक्स' नामक ऑनलाइन कार्यकारी शिक्षा कार्यक्रम भी किया है।
श्री पाण्डेय ने कॉपोरेशन बैंक की औद्योगिक वित्त शाखा, मुंबई से अपने बैंकिंग कैरियर की शुरूआत की और आगे चलकर इसके निवेश एवं अंतर्राष्ट्रीय बैंकिंग प्रभाग, मुम्बई में भी अपनी सेवाएं दीं। कैरियर के आरंभिक वर्षों में वे यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में उस टीम के प्रोजेक्ट मैनेजर रहे जिसने बैंक में जीवन बीमा और म्यूचुअल फंड व्यवसाय को स्थापित किया।
बैंक के “अध्यक्ष का सचिवालय” के प्रमुख के पद का कार्यभार संभालने से पूर्व, उन्होंने बैंक की औद्योगिक वित्त शाखा, मुंबई में कार्य किया और फिर बैंक के सरल (विशिष्ट क्रेडिट प्रोसेसिंग सेल) कक्ष का नेतृत्व किया। कैरियर में प्रगति करते हुए, उन्होंने क्षेत्रीय प्रमुख (उप महाप्रबंधक), जयपुर के रूप में राजस्थान राज्य का नेतृत्व किया और सर्वांगीण कार्य- निष्पादन के साथ व्यवसाय के सभी पक्षों का संचलन किया।
महाप्रबंधक के रूप में, वे बैंक के क्रेडिट मॉनिटरिंग और रिस्ट्रक्चरिंग विभाग के प्रमुख रहे। इस दौरान उन्होंने डाटा एनालिटिक्स, पूर्वानुमान (प्रिडिक्टिव) मॉडल, रोबोटिक प्रोसेस ऑटोमेशन और मशीन लर्निंग जैसे नवोन्मेषी टूल्स का उपयोग करते हुए निगरानी और प्रबंधन की दृष्टि से बैंक के क्रेडिट पोर्टफोलियो का कायाकल्प किया।
मुख्य महाप्रबंधक के रूप में प्रोन्नति के उपरांत, श्री आशीष पाण्डेय ने समामेलित इकाई के मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) का चुनौतीपूर्ण दायित्व संभाला, जिसके दौरान विभिन्न प्रक्रिया री-इंजीनियरिंग, हारमोनाइजेशन, ऑटोमेशन तथा डिजिटाइजेशन गतिविधियां सुचारू रूप से संपन्न हो सकीं। इस अवधि के दौरान उन्होंने वॉटस एप बैंकिंग, ई-नामांकन, ऑनलाइन मृतक दावा निपटान पोर्टल, चेक बुक ट्रैकिंग, चर्न मॉडल (कासा स्थिरता का पूर्वानुमानिक आकलन), वीडियो केवाईसी, विभिन्न परिचालन प्रक्रियाओं में रोबोटिक प्रोसेस ऑटोमेशन, डोर स्टेप बैंकिंग का कार्यान्वयन, डिजिटल दस्तावेजों का एक्जिक्यूशन, डिजि कनेक्ट शाखाएं (डिजिटल एवं नकदी रहित), माय डायरी पोर्टल (सभी डाटा आवश्यकताओं हेतु बैंक का इंट्रानेट पोर्टल), पॉजिटिव पे सिस्टम, स्वचालित 360 डिग्री खाता विवरण इत्यादि अन्य बहुत से नवोन्मेषी तकनीकी कॉन्सेप्ट्स को कार्यान्वित करने वाली टीम का नेतृत्व किया।
श्री पाण्डेय बैंक की उस लीडरशिप टीम के सर्वेसर्वा रहे, जिसने हाल ही में बैंक के समामेलन के साथ-साथ डिजिटाइजेशन प्रक्रिया का नेतृत्व किया।
चुनिंदा सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के साथ आईबीए द्वारा गठित पीएसबी एलायंस प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक मंडल में उन्होंने बैंक के नामित निदेशक की भूमिका का भी निर्वाह किया है।
श्री आशीष पाण्डेय ने 31.12.2021 को बैंक ऑफ महाराष्ट्र के कार्यपालक निदेशक के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। वर्तमान में वे दि महाराष्ट्र एक्जिक्यूटर एंड ट्रस्टी कंपनी लिमिटेड, जो बैंक ऑफ महाराष्ट्र के पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी संस्था है, के अध्यक्ष भी हैं।

श्री रोहित ऋषि
कार्यपालक निदेशक

श्री रोहित ऋषि
श्री रोहित ऋषि जी बी.टेक (टेक्सटाइल), एमबीए (वित्त) और सीएआईआईबी हैं। उन्होंने आईटी और साइबर सिक्योरिटी में सर्टिफिकेट प्रोग्राम भी किया है।
उन्होंने 05.07.1995 से औद्योगिक विकास अधिकारी के रूप में अपना बैंकिंग करियर शुरू किया और उनके पास बैंकिंग के विविध क्षेत्रों में कार्य का 28 वर्षों से अधिक का अनुभव है। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने प्रमुख रूप से क्रेडिट प्रबंधन के साथ बैंकिंग के सभी प्रमुख क्षेत्रों में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएँ प्रदान की, जैसे कि औद्योगिक विकास कार्यालय, एमएसएमई/कॉर्पोरेट कार्यालय, इंडियन बैंक, चेन्नई में सहायक महाप्रबंधक के रूप में तथा नई दिल्ली में बैंक की फ़्लैगशिप शाखा के प्रमुख, उप महाप्रबंधक(कॉर्पोरेट शाखा, नई दिल्ली), बेंगलुरु, मुंबई और दिल्ली में फील्ड महाप्रबंधक के रूप में कार्य किया। महाप्रबंधक के रूप में उन्होंने इलाहाबाद बैंक के इंडियन बैंक में विलय में सक्रिय भूमिका निभाई।
उनकी प्रमुख उपलब्धियां इस प्रकार हैं: रुपये 11000 करोड़ के औसत शाखा व्यवसाय के साथ कॉर्पोरेट ऋण संग्रहण और निगरानी रुपये 25,000 करोड़ व्यवसाय के साथ बैंक की सबसे बड़ी शाखा का समग्र व्यवसाय विकास, निगरानी और शाखा प्रशासन एमएसएमई और मिड कॉर्पोरेट सेक्टर का विकास और निगरानी, उत्पाद विकास, एमएसएमई और मिड कॉर्पोरेट वर्टिकल की स्थापना तथा एमएसएमई क्षेत्र में भारतीय रिजर्व बैंक/भारत सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति हेतु नीति निर्धारण। मिड कॉर्पोरेट वर्टिकल का टर्नअराउंड एफजीएम क्षेत्रों में अनर्जक आस्तियों की वसूली के साथ-साथ आरएएम और कासा की वृद्धि का नेतृत्व।
सीखने के प्रति सदैव उत्सुक रहने वाले व्यक्ति के रूप में, उन्होंने फ्रैंकफर्ट स्कूल ऑफ फाइनेंस एंड मैनेजमेंट, एनआईबीएम पुणे, आईआईएम बेंगलुरु (एफएसआईबी द्वारा संचालित), ईडीआई, अहमदाबाद में विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों और कार्यशालाओं में सहभाग लिया है।
श्री रोहित ऋषि जी ने 1 नवंबर 2023 को बैंक ऑफ महाराष्ट्र में कार्यपालक निदेशक के रूप कार्यग्रहण किया।

डॉ अभिजीत फुकोन
सरकार नॉमिनी निदेशक

डॉ अभिजीत फुकोन
डॉ. अभिजीत फुकोन भारतीय आर्थिक सेवा (आईईएस 2004 बैच) के अधिकारी हैं। वे वर्तमान में वित्तीय सेवाएं विभाग (डीएफएस), वित्त मंत्रालय, भारत सरकार में आर्थिक सलाहकार और मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारी (सीआईएसओ) के रूप में कार्यरत हैं। वे इंडिया एक्ज़िम बैंक के बोर्ड में सरकार द्वारा नामित निदेशक भी हैं।
अकादमिक रूप से, उन्हें वित्त में पीएचडी, अर्थशास्त्र में मास्टर और मानव संसाधन विकास एवं विपणन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा प्राप्त है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में अर्थशास्त्र, प्रबंधन और वित्त से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर उनके कई शोध पत्र प्रकाशित किए गए हैं।
व्यावसायिक रूप से, उन्हें सार्वजनिक नीति में बीस वर्षों से अधिक का शैक्षणिक, अनुसंधान और क्रॉस-कटिंग अभिशासन का अनुभव प्राप्त है। उन्हें धारणीय वित्त, सीएसआर/ एसडीजी/ ईएसजी, कॉर्पोरेट अभिशासन, विनियामक और अनुपालन, ऊर्जा और पॉवर क्षेत्र, इन्फ्रास्ट्रक्चर और पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी), अंतर्राष्ट्रीय व्यापार आदि में डोमेन नॉलेज और विशेषज्ञता प्राप्त है।
डीएफएस से पहले, उन्होंने वाणिज्य विभाग, आर्थिक मामले विभाग, ऊर्जा मंत्रालय, कॉर्पोरेट मामले मंत्रालय में सचिव, राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकारी (एनएफआरए) सहित विभिन्न पदों पर कार्य किया। सरकार में कार्यरत रहते हुए, उन्होंने आर्थिक और सामाजिक क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर सुधार और नीतिगत फेमवर्क की स्थापना की।

श्री संजीव प्रकाश
आरबीआई नॉमिनी डायरेक्टर

श्री संजीव प्रकाश
श्री संजीव प्रकाश ने 1998 में भारतीय रिज़र्व बैंक में कार्यग्रहण किया। उनके पास इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री और सीएआईआईबी तथा वित्तीय जोखिम प्रबंधक (एफआरएम) की शैक्षणिक योग्यता है।
रिज़र्व बैंक में पिछले 25 वर्षों में, श्री प्रकाश ने विभिन्न क्षेत्रीय कार्यालयों और बैंक के केंद्रीय कार्यालय मुंबई में कार्य किया है। बैंक में उनके कार्य के प्रमुख क्षेत्रों में बैंकों, गैर-बैंकों और वित्तीय समूहों का पर्यवेक्षण; मानव संसाधन प्रबंधन; सूचना प्रौद्योगिकी एवं परियोजना कार्यान्वयन शामिल है। श्री प्रकाश ने उप गवर्नरों के कार्यपालक सहायक के रूप में भी कार्य किया है।
उन्हें कुछ समय के लिए बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट्स (बीआईएस), बेसल, स्विट्जरलैंड में वित्तीय स्थिरता संस्थान में प्रतिनियुक्त किया गया था जहां उन्होंने वैश्विक प्रणालीगत रूप से महत्वपूर्ण बैंकों के निर्धारण पर कार्य किया था।
वर्तमान में, श्री प्रकाश मुंबई में बैंक के केंद्रीय कार्यालय के मुद्रा प्रबंधन विभाग में मुख्य महाप्रबंधक के रूप में कार्यरत हैं। कुशल मुद्रा प्रबंधन परिचालन हेतु नीति निर्माण पहल के हिस्से के रूप में, मुख्य रूप से उनका दायित्व मुद्रा के आदान-प्रदान और सिक्कों के वितरण, गंदे नोटों के निपटान, करेंसी चेस्ट के सुचारू संचालन और जाली नोटों के प्रति सतर्कता का निर्वहन है।
वह भारतीय रिज़र्व बैंक नामिति के रूप में एसपीएमसीआईएल के बोर्ड में निदेशक के रूप में भी सेवारत हैं।

श्री राकेश कुमार
शेयरधारक निदेशक

श्री राकेश कुमार
श्री राकेश कुमार को 30 जून, 2021 से तीन वर्ष की अवधि के लिए बैंक के निदेशक मंडल के शेयरधारक निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है।
उनको भारतीय जीवन बीमा निगम की शाखाओं / कार्यालयों में विभिन्न पदों पर विभिन्न क्षेत्रों जैसे बीमा और बैंकिंग, विपणन, रणनीति, प्रशासन और मानव संसाधन आदि में 36 वर्षों से अधिक का अनुभव है।
श्री राकेश कुमार ने कार्यपालक निदेशक (बैंक और एश्योरेंस चैनल), भारतीय जीवन बीमा निगम के रूप में भी कार्य किया है।
वर्तमान में, वे एलआईसी कार्ड्स सर्विसेज लिमिटेड (भारतीय जीवन बीमा निगम की एक सहायक कंपनी) के मुख्य कार्यपालक और निदेशक के रूप में कार्यरत हैं।

श्री शशांक श्रीवास्तव
अंशकालिक गैर-आधिकारिक निदेशक

श्री शशांक श्रीवास्तव
श्री शशांक श्रीवास्तव ने 21.12.2021 को तीन वर्ष की अवधि के लिए बैंक ऑफ महाराष्ट्र के अंशकालिक गैर-आधिकारिक निदेशक के रूप में कार्यग्रहण किया।
श्री शशांक श्रीवास्तव को लेखा, लेखा परीक्षा, टैक्सेशन, कॉपोरेट परामर्श और संबंधित क्षेत्रों में 30 वर्षों से अधिक का व्यापक अनुभव है। वे पेशे से प्रैक्टिसिंग चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं और वर्ष 1989 से मेसर्स शशांक प्रेमचंद एंड कंपनी, चार्टर्ड अकाउंटेंट्स, कटनी, मध्य प्रदेश के वरिष्ठ भागीदार हैं।
श्री शशांक श्रीवास्तव एम.कॉम, फेलो चार्टर्ड अकाउंटेंट (एफसीए) हैं।
वे कुछ सामाजिक संगठनों के सदस्य और कोषाध्यक्ष हैं।

श्री सरदार बलजीत सिंह
अंशकालिक गैर-आधिकारिक निदेशक

श्री सरदार बलजीत सिंह
श्री सरदार बलजीत सिंह ने 21.12.2021 को तीन वर्ष की अवधि के लिए बैंक ऑफ महाराष्ट्र के अंशकालिक गैर-आधिकारिक निदेशक के रूप में कार्यग्रहण किया।
श्री सरदार बलजीत सिंह को लेखा, जीएसटी लेखा परीक्षा, शाखा लेखा परीक्षा, सांविधिक लेखा परीक्षा, सार्वजनिक क्षेत्र के क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की राजस्व लेखा परीक्षा, वित्तीय समावेशन आयकर, कॉपोरेट परामर्श आदि के क्षेत्र में 15 वर्षों से अधिक का अनुभव है। वे पेशे से प्रैक्टिसिंग चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं और मेसर्स पी. कृष्णा अग्रवाल एंड एसोसिएट्स, चार्टर्ड अकाउंटेंट्स, बलिया, उत्तर प्रदेश के भागीदार और शाखा प्रमुख हैं।
श्री सरदार बलजीत सिंह बी.कॉम, एलएलबी, चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए), सूचना प्रणाली लेखा परीक्षा में डिप्लोमा, बीमा और जोखिम प्रबंधन में डिप्लोमा हैं।
वे बलिया चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज, बलिया के बोर्ड में निदेशक और कुछ सामाजिक संगठनों के सदस्य हैं।